महँगी से महँगी घड़ी पहन कर देख ली,
वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से
कभी ना चला ...!!"
-------------------------
युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे ..
पता नही था की, 'किमत चेहरों की होती है!!'
-------------------------
अगर खुदा नहीं हे तो उसका ज़िक्र क्यों ??
और अगर खुदा हे तो फिर फिक्र क्यों ???
------------------------
"दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं,
एक उसका 'अहम' और दूसरा उसका 'वहम'......
------------------------
" पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता और दुःख का
कोई खरीदार नहीं होता।"
------------------------
मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं,
पर सुना है सादगी मे लोग जीने नहीं देते।
यहाँ सब कुछ बिकता है , दोस्तों रहना जरा संभाल के !!!
::
बेचने वाले हवा भी बेच देते है , गुब्बारों में डाल के !!!
::
सच बिकता है , झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी !!!
::
तीन लोक में फेला है , फिर भी बिकता है बोतल में पानी!!!
कभी फूलों की तरह मत जीना,
जिस दिन खिलोगे... टूट कर बिखर्र जाओगे ।
जीना है तो पत्थर की तरह जियो;
जिस दिन तराशे गए... "खुदा" बन जाओगे ।।
वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से
कभी ना चला ...!!"
-------------------------
युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे ..
पता नही था की, 'किमत चेहरों की होती है!!'
-------------------------
अगर खुदा नहीं हे तो उसका ज़िक्र क्यों ??
और अगर खुदा हे तो फिर फिक्र क्यों ???
------------------------
"दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं,
एक उसका 'अहम' और दूसरा उसका 'वहम'......
------------------------
" पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता और दुःख का
कोई खरीदार नहीं होता।"
------------------------
मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं,
पर सुना है सादगी मे लोग जीने नहीं देते।
यहाँ सब कुछ बिकता है , दोस्तों रहना जरा संभाल के !!!
::
बेचने वाले हवा भी बेच देते है , गुब्बारों में डाल के !!!
::
सच बिकता है , झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी !!!
::
तीन लोक में फेला है , फिर भी बिकता है बोतल में पानी!!!
कभी फूलों की तरह मत जीना,
जिस दिन खिलोगे... टूट कर बिखर्र जाओगे ।
जीना है तो पत्थर की तरह जियो;
जिस दिन तराशे गए... "खुदा" बन जाओगे ।।
No comments:
Post a Comment